लॉकडाउन वाराणसीः बेघर और जरूरतमंदों के लिए हुआ भोजन का इंतजाम, बंटने लगा पैकेट

लॉकडाउन वाराणसीः बेघर और जरूरतमंदों के लिए हुआ भोजन का इंतजाम, बंटने लगा पैकेट


जिलाधिकारी की पहल पर काशी अन्नपूर्णा अन्न क्षेत्र ट्रस्ट सहित शहर की कुछ सामाजिक संस्थाएं संत, संन्यासी, गरीब और दिहाड़ी मजदूरों को भोजन कराने के लिए आगे आयी हैं। सोमवार से कुछ संस्थाओं ने शहर में पैकेट बांटकर इसकी शुरुआत भी कर दी है। डीएम ने इसकी निगरानी के लिए एडीएम वित्त व राजस्व सतीश पाल को जिम्मेदारी सौंपी है।


कोरोना वायरस ने ऐसे लोगों के सामने बड़ा संकट पैदा कर दिया है जो परिवार से दूर रहकर दूसरे शहरों में काम करते हैं। रविवार को जनता कर्फ्यू के दौरान ही लॉकडाउन की घोषणा से फंस गए हैं। ऐसे ही काफी लोग रेल और बस सेवा बंद होने से वाराणसी में भी फंसे हुए हैं। रेल-बस सेवा भी बंद होने से दूसरे शहरों के यह लोग सड़क पर ही रहने को मजबूर हैं। ज्यादातर यूपी के ही अलग अलग शहरों के यह लोग स्टेशन के सामने फ्लाईओवर के नीचे भी तीन दिन से सड़क पर गुजारा कर रहे हैं। खाने पीने की दुकानें भी बंद होने से केवल बिस्कुट खाकर सड़क पर ही पड़े हैं। इसके अलावा दिहाड़ी मजदूर भी काफी संख्या में हैं। प्रशासन ने स्वयंसेवी संगठनों से इनके लिए भोजन का इंतज़ाम करने की अपील की थी।


जिलाधिकारी ने अपील में सामाजिक संस्थाओं, रेस्टोरेंट और होटलों से कहा था कि यदि गरीबों के लिए दो वक्त की रोटी उपलब्ध कराते हैं, तो उन्हें इसके लिए इजाजत दी जा सकती है। सबसे पहले काशी अन्नपूर्णा अन्न क्षेत्र ट्रस्ट के मुख्य न्यासी और मां अन्नपूर्णा मंदिर के महंत रामेश्वर पुरी आगे आकर स्वागत किया। उन्होंने एडीएम वित्त से वार्ता कर जल्द से जल्द कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया। रामेश्वर पुरी ने बताया कि हमारी ओर से पूरी तैयारी है और जहां कहेंगे वहां हम अपने ओर से भोजन और जो भी जरूरत की चीजें हैं, व्यवस्था कर देंगे। बस हमें वहां पहुंचाने और वहां से वापस आने के लिए व्यवस्था कर दें। या फिर प्रशासन कुछ ऐसी सुविधाएं मिल जाए, जिससे हम आसानी से जरूरतमंदों तक पहुंच जाएं।